दर्द सिर्फ जख्म नहीं देता है वो हवाए पुराने चोट को हरा कर देता है.
जब पहले से ही हो चलनी बदन आपका तो
हलकी सी टकराव बदन सुजा देता है
दर्द सिर्फ ताजा और बड़े घाव नही देता है
भुलाने की कोशी करो लाख बहरे हुए जख्मो को
एक चोट सभी की याद ताजा कर देता है
एक इशारा कहते है काफी होता दिल के करीब दरो को
पर हम उन्हें आपना कैसे माने जो कहने स भी न समझे दिल के फरमानों को
हम प्यार बेशुमार नहीं चाहते है पर दर्द को हरा करने वाली कोई हवा तो चलाओ
जख्म ज़माने लग जाते है ये समझा दो जरा चोट देकर मुस्कुराने वालो को
प्यार मिले न मिले जीवन भर हमें कोई अफ़्सोश नहीं
नफरत...