जय अम्बे जय गौरी जय शिव की प्यारी शक्ति
दुष्टो को हराकर संत भक्तों पर हारने वाली
मन से जो भी पूजा करे जो ध्यान लगाये तुम्हारी
सारे दुःख हर कर पल भर में खुशिया भरने वाली
जय अम्बे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मा अपने बच्चो के खुश्यो के खातिर हर पल चलने वाली
जो भी पुकारे दिल से माता रानी को
पल में दर्शन देने वाली
ऊँचे महलो में डेरा करती भक्तो पर महरा करती
ना रूठे ना भागे अपने सच्चे भक्तो की करती हर पल रखवाली
जय अम्बे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
लाल चुनरिया ऒध्ने वाली भक्तो को खुश करने वाली
अपने पवन मुस्कानों से अमृत वर्षा करने वाली
ना देखे कौन आमिर गरीब बीएस भाव की भूखी माता रानी
चल दे साथ वो उसके पल में जो माता दी कहता जाये
ना मने माँ सोना चंदी ना हीरो का हार
माँ तो बस हर पल चाहे सच्चे भक्तो का प्यार
दौर पड़े माँ उसके पीछे जो भी कर माँ की सच्ची भक्ति
जय अम्बे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जिसको मिल जाए माँ की क्रपा भव सागर जाये
हर जगह बस देखे उसको माँ का ही चेहरा
और नजरो में रहे हमेशा वो माता रानी के
सब काम छोरकर आती है माँ जब देखे दुःख में अपने भक्तो को
सब राज जानती है सब हाल जानती है वो कोशो दूर रहकर भी
बस जो दिल से कर ले माँ की भक्ति वो गम से भी कोशो दूर हो जाते है
जय आंबे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दुष्टो को हराकर संत भक्तों पर हारने वाली
मन से जो भी पूजा करे जो ध्यान लगाये तुम्हारी
सारे दुःख हर कर पल भर में खुशिया भरने वाली
जय अम्बे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मा अपने बच्चो के खुश्यो के खातिर हर पल चलने वाली
जो भी पुकारे दिल से माता रानी को
पल में दर्शन देने वाली
ऊँचे महलो में डेरा करती भक्तो पर महरा करती
ना रूठे ना भागे अपने सच्चे भक्तो की करती हर पल रखवाली
जय अम्बे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
लाल चुनरिया ऒध्ने वाली भक्तो को खुश करने वाली
अपने पवन मुस्कानों से अमृत वर्षा करने वाली
ना देखे कौन आमिर गरीब बीएस भाव की भूखी माता रानी
चल दे साथ वो उसके पल में जो माता दी कहता जाये
ना मने माँ सोना चंदी ना हीरो का हार
माँ तो बस हर पल चाहे सच्चे भक्तो का प्यार
दौर पड़े माँ उसके पीछे जो भी कर माँ की सच्ची भक्ति
जय अम्बे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जिसको मिल जाए माँ की क्रपा भव सागर जाये
हर जगह बस देखे उसको माँ का ही चेहरा
और नजरो में रहे हमेशा वो माता रानी के
सब काम छोरकर आती है माँ जब देखे दुःख में अपने भक्तो को
सब राज जानती है सब हाल जानती है वो कोशो दूर रहकर भी
बस जो दिल से कर ले माँ की भक्ति वो गम से भी कोशो दूर हो जाते है
जय आंबे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
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